Friday 27 July 2012

"Ego of Art " means "kill Talent"

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      एक पढ़ा-लिखा दंभी व्यक्ति नाव में सवार हुआ। वह घमंड से भरकर नाविक से पूछने लगा, ‘‘क्या तुमने व्याकरण पढ़ा है, नाविक?’’

नाविक बोला, ‘‘नहीं।’’

दंभी व्यक्ति ने कहा, ‘‘अफसोस है कि तुमने अपनी आधी उम्र यों ही गँवा दी!’’

थोड़ी देर में उसने फिर नाविक से पूछा, “तुमने इतिहास व भूगोल पढ़ा?”

नाविक ने फिर सिर हिलाते हुए नहींकहा।

दंभी ने कहा, “फिर तो तुम्हारा पूरा जीवन ही बेकार गया।

मांझी को बड़ा क्रोध आया। लेकिन उस समय वह कुछ नहीं बोला। दैवयोग से वायु के प्रचंड झोंकों ने नाव को भंवर में डाल दिया।

नाविक ने ऊंचे स्वर में उस व्यक्ति से पूछा, ‘‘महाराज, आपको तैरना भी आता है कि नहीं?’’

सवारी ने कहा, ‘‘नहीं, मुझे तैरना नही आता।’’

फिर तो आपको अपने इतिहास, भूगोल को सहायता के लिए बुलाना होगा वरना आपकी सारी उम्र बरबाद होने वाली है क्योंकि नाव अब भंवर में डूबने वाली है।’’ यह कहकर नाविक नदी में कूद तैरता हुआ किनारे की ओर बढ़ गया।

अतः मनुष्य को किसी एक विद्या या कला में दक्ष हो जाने पर अभिमान  नहीं करना चाहिए।

Roger Bannister (रोजर बैनिस्टर)

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           कई दशकों तक सभी यह मानते रहे कि कोई भी व्यक्ति 4 मिनट में 1 मील नहीं दौड़ सकता. लोगों ने कहा, “ऐसा हो ही नहीं सकता”! वैज्ञानिक और चिकित्सकों ने मानव शरीर की सीमाओं और क्षमताओं का आकलन करके यह बताया कि 4 मिनट में 1 मील दौड़ पाना संभव नहीं था. उनके अनुसार इसके लिए उपयुक्त गति तक पहुँचने से पहले ही शरीर धराशायी हो जाता. सभी ने यह मान लिया : 4 मिनट में 1 मील दौड़ना असंभव है.
लेकिन सबको इस बात पर यकीन नहीं था. 4 मिनट में 1500 मीटर (एक मील में 1600 मीटर होते हैं) दौड़ने का रिकार्ड तोड़ने के बाद रोजर बैनिस्टर को यह लगने लगा कि वह ऐसा कर सकता है. उसने अपने मन में यह ठान लिया कि वह 4 मिनट में 1 मील दौड़कर दिखाएगा. उसके आत्मविश्वास ने ही असंभव को संभव कर दिखाया. उसने यह रिकार्ड बनाने की दिशा में प्रयत्न करना शुरू कर दिया.
और 6 मई, 1954 के दिन यह संभव हो गया:
रोजर बैनिस्टर ने यह कर दिखाया. उसने 4 मिनट में 1 मील दौड़कर वह रिकार्ड बना दिया जिसे सब असंभव मानते थे. उसने दुनिया को बता दिया कि ऐसा भी हो सकता है. उसने अपनी दौड़ 3 मिनट और 59.4 सैकंड में पूरी की. इसके 6 हफ्ते बाद ही एक औस्ट्रेलियन जौन लैंड्री ने यह दौड़ 3 मिनट 58 सैकंड में पूरी की. 1957 की समाप्ति से पहले सोलह धावक 4 मिनट से कम में 1 मील दौड़ चुके थे. अब तो हजारों धावक 4 मिनट में 1 मील दौड़ चुके हैं. कुछ धावक तो हर दिन अभ्यास दौड़ में ऐसा कर लेते हैं. इस दौड़ का विश्व रिकॉर्ड मोरक्कन धावक हिचाम एल गेरोज़ के नाम है जिसने 7 जुलाई 1999 को 1 मील की दौड़ 3 मिनट 43.13 सेकंड में पूरी की. 1997 में कीनिया के डेनियल कोमेन ने 8 मिनट से कम में 2 मील की दौड़ पूरी की.

    आपके जीवन का वह कौन सा लक्ष्य है जिसे सभी असंभव मानते हैं? लोग बहुत सी बातें करते होंगे और आपको बताते होंगे कि आप यह नहीं कर सकते या वह नहीं कर सकते. उनकी बातें सुनकर शायद आप भी वही मानने लगे होंगे. हो सकता है आपने जीवन में कभी कोई लक्ष्य बनाए हों जिन्हें आपने बीच रस्ते ही छोड़ दिया या उनकी राह में पहला कदम भी नहीं बढ़ाया.आपका लक्ष्य कोई सेल्स टार्गेट भी हो सकता है और किसी ख़ास हुनर में कामयाबी पाना भी. आपका ’4 मिनट में 1 मीलकोई ऐसी चीज़ हो सकती है जिसे बहुत से लोग पहले ही कर चुके हैं, लेकिन आप अभी भी इसे असंभव मानते हैं. आपको यह जान लेना है कि यह लक्ष्य असंभव नहीं है और आप यह कर सकते हैं. आप भी अपना ’4 मिनट में 1 मीलपूरा कर सकते हैं.